उड़ने का शौक…लोक कल्याण, किसान व युवा हितों पर अडिगता
उड़ने का शौक…लोक कल्याण, किसान व युवा हितों पर अडिगता
शौक से निकालिए मेरे किरदार में नुक्स…शायरना अंदाज में सीएम ने विपक्ष को घेरा
बोले, एहसान चढ़ाने की परंपरा को किया समाप्त, अब योजनाएं पहुंच रही हैं घर तक
चंडीगढ़। जो उड़ने का शौक रखते हैं, वे गिरने का खौफ नहीं करते…। जी हां, इस शायराना अंदाज में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विपक्ष की आलोचनाओं का करारा जवाब दिया। मुख्यमंत्री बोले हमने उड़ने की जो धार तय की हुई है, उस गति से हम उड़ेंगे और निश्चित उड़ेंगे, हमें गिरने का का कोई खौफ नहीं है। उन्होंने कहा कि लोक कल्याण, महिलाओं का सशक्तिकरण, किसान हित की बात और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य पर अडिग हैं। कार्यप्रणाली में सुधार किए जा रहे हैं, एहसान चढ़ाने की जो परंपरा था, उसे समाप्त कर दिया है, अब सरकारी योजनाएं घर तक पहुंच रही हैं। इसके लिए टेक्नीकल नियम व कानून बनाने की लोक कल्याण और लोक हित के प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सोमवार दोपहर बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार का पक्ष रखते विपक्ष की आलोचनाओं को ‘अक्कड़’ शब्द का प्रयोग करके ऐसा करारा जवाब दिया कि विपक्ष चुप्पी साध गया।
मुख्यमंत्री बोले, ‘अक्कड़ शब्द में कोई मात्रा नहीं होती, पर अलग-अलग मात्रा में यह सब में होती है’। हम में हो जनहित में उपयोग करेंगे और आप में हो उसका दुरुपयोग करते रहेंगे। एक सीमा बनाकर उसका उपयोग करना चाहिए, क्योंकि हमारा उद्देश्य लोक कल्याण है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अभिभाषण पर सरकार का जवाब देने से पहले विपक्ष की आलोचनाओं को सहराते हुए कहा कि ‘शौक से निकालिए मेरे किरदार में नुक्स…मेरे किरदार में आप नहीं होंगे तो तरेशेगा कौन’! मुख्यमंत्री यहीं नहीं रूके उन्होंने कहा कि विपक्ष को हर बात से परेशानी होती है, विपक्षी मित्रों में गुरुर इतना है कि यह ठीक को ठीक और मर्यादा को भी भूल जाते हैं। विपक्ष के गुरुर पर उन्होंने शायरना अंदाज में ऐसे जवाब, ‘गुरुर में इंसान को इंसान नहीं दिखता जैसे छत पर चढ़ जाओ तो अपना ही मकान नहीं दिखता’, इसलिए विपक्षी मित्रों को बताना पड़ता है कि जमीन पर टिके रहें, गुरुर, घमंड, व अक्कड़ काम नहीं आती है। हालांकि नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री की इन लाइनों का बड़ा सटीक जवाब किया कि अक्कड़ के साथ अक्ल भी रखो।
मुख्यमंत्री ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार का पक्ष रखते हुए कि राज्यपाल ने अभिभाषण में सरकार के भावी कार्यक्रमों, नीतियों व उपलब्धियों को विस्तार से बताया है। समाज के हर वर्ग तक सरकार की योजनाएं पहुचें, यह हमारा उद्देश्य है।
विपक्ष केवल रटी-रटाई करता है आलोचना
मुख्यमंत्री ने विपक्ष की आलोचना का करारा जवाब देते हुए कहा कि इन्हें केवल रटी-रटाई बातों पर आलोचना करने की आदत है। विपक्ष ठीक को ठीक कहना भी उचित नहीं समझता है। जो अच्छे काम हो रहे हैं, उनसे विपक्ष को कोई सरोकार नहीं है, उनका काम केवल आलोचना करना है। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि वे आलोचनाओं के पक्षधर हैं, क्योंकि उनसे सीखने को मिलता है।
एनसीआर का घटेगा दायरा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का दायरा बढ़ने से लोगों को लाभ होने की बजाय नुकसान ज्यादा उठाना पड़ रहा है, जिसकी आपत्ति आमजन जता रहा है। लिहाजा इस स्थिति को देखते हुए सरकार ने एनसीआर बोर्ड के समक्ष दायरा घटाने का आग्रह किया है और अब 100 किलोमीटर का दायरा, जिसके कई जिलों को फायदा पहुंचेगे। एनसीआर के अंतर्गत प्रदेश का 57 फीसद हिस्सा था, लेकिन अब इसमें कमी आएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं को किया जा रहा है मजबूत
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जा रहा है। सरकार की हर जिले में मेडिकल कालेज बनाने की योजना है। वर्ष 2014 में 700 मेडिकल सीटें थे, जोकि अब बढ़कर 1685 हो गई हैं।
प्रदेश में 1250 कालोनियां होंगी नियमित
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में 1250 कालोनियां नियमित की जाएंगी। इनमें 845 कालोनियां शहरी निकाय विभाग की हैं और अन्य कालोनियां नगर एवं गांव आयोजना विभाग के अंतर्गत हैं। इसका सर्वे हो चुका है, जल्द ही इन्हें नियमित करने की कवायद शुरू की जाएगी।
सीएमआईई के आंकड़े झूठे
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में बेरोजगारी के मुद्दे पर स्पष्ट किया कि सरकार के पास सत्यापित आंकड़े है, जिनमें केवल आठ लाख बेरोजगार हैं। परिवार पहचान पत्र के तहत 68 लाख परिवारों ने पंजीकरण करवाया है। उन्होंने कहा कि सीएमआईई के आंकड़े पूरी तरह झूठे हैं, वर्ष 2017 में इसी एजेंसी ने हरियाणा में बेरोजगारी दर को 2 प्रतिशत दिखाया था और अब बेरोजगारी दर का हर महीने अलग-अलग ग्राफ दिखाया जा रहा है।
बीबीएमबी के सदस्यता समाप्त करने पर सीएम ने जताई आपत्ति
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड से हरियाणा की स्थायी सदस्यता को खत्म करने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इस बाबत उन्होंने पीएम व गृह मंत्री को पत्र लिखा है। सीएम ने स्पष्ट किया कि बीबीएमबी के अंतर्गत हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व हिमाचल प्रदेश आता है, यदि केंद्र सरकार राजस्थान का कोई सदस्य बनाना चाहती है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। सरकार बीबीएमबी में स्थायी सदस्यता को लेकर अडिग हैं।
डोमिसाइल पर सीएम दी सफाई
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा डोमिसाइल की अवधि पांच साल करने पर सफाई देते हुए कहा कि यह प्रावधान औद्योगिक संस्थानाओं में काम करने वालों के लिए किया गया है, क्योंकि सरकार ने निजी क्षेत्र में 75 फीसद रोजगार देने का प्रावधान किया है। उद्योगपतियों की ओर से सुझाव दिया गया था कि उनके पास ज्यादा कर्मी दूसरे प्रदेशों से है। वहीं मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सरकारी सेवाओं में लागू नहीं होगा और न ही इसे नोटिफाइट नहीं किया गया है।